Saturday 26 July 2014

शायरी और कवितायें

तू बेवफ़ा है तो इक बुरी ख़बर सुन ले
कि इंतज़ार मेरा दूसरा भी करता है

हसीन लोगों से मिलने पे एतराज़ न कर
ये जुर्म वो है जो शादीशुदा भी करता है

हिंदी शायरी

लोग हर मोड़ पर रुक - रुक के संभलते क्यों है
इतना डरते है तो फिर घर से निकलते क्यों है

मोड़ तो होता हैं जवानी का संभलने के लिये
और सब लोग यही आकर फिसलते क्यों हैं

Saturday 12 July 2014

हिंदी शायरी लव

सुख भी बहुत है..
परेशानियाँ भी बहुत हैं..
जिंदगी में लाभ है..
तो हानियाँ भी बहुत हैं..
क्या हुआ....
जो प्रभु ने
थोड़े गम दे दिये
उसकी हम पर
मेहरबानियाँ भी तो बहुत हैं..!!

Thursday 3 July 2014

Sochne Ki Tumhe Kia Zaroorat Hai

Sochne Ki Tumhe Kia Zaroorat Hai ,
Pukara Hai Jo Naam Tumhara ,
Pukarne Wala Koi Gair Nahin ,
Ek Pyara Sa Anjana Sa Dost Hai Tumhara.!